वेबकूफ: मूर्खों की नई किस्म
हमारे देश ही नहीं, पूरी दुनिया में मूर्खों या बेवकूफों की नई नस्ल पैदा हुई है। इसका नाम है वेब-कूफ।
इस नस्ल के लोग बहुत पढ़ो-लिखो भी है, और अनपढ़ भी। ये नौकरीपेशा भी हैं, व्यापारी भी। ये अमीर भी हैं, गरीब भी। ये औरत, मर्द, बच्चों, सभी में पाई जाती है।
यह नस्ल असल में इंटरनेट की दुनिया से फैल रही भयावह और घातक महामारी “फेक न्यूज” से पृथ्वी पर अवतरित हुई है। अब यह बीमारी लाईलाज हो चली है।
वेबकूफों के प्रकार व लक्षण
अल्प पागल: ऐसे एक्सीडेंट की खबरे भेजते हैं, जो 2 साल पहले हुआ था। इनमें भी तारीख़ कभी नहीं होती।
अल्प मंदबुद्धि : “अभी-अभी पैदा हुए बच्चे के गले में आलपिन फंस गई। 50 लाख लगेंगे।” अरे भाई, ये बच्चे के गले में आलपिन कौन डालेगा? कौन से ऑपरेशन में 50 लाख लगते हैं भाई? ऊपर से बोलेंगे कि प्रति शेयर 50 पैसा व्हाट्सऐप की तरफ से बच्चे को मिलेगा। सच्चाई ये है कि व्हाट्सएप्प को 19 बिलियन डॉलर में खरीदने वाले मार्क जकरबर्ग को इससे अभी 25 पैसे नहीं मिलते।
अल्प लल्लू: किसी आदमी के डॉक्यूमेंट, डिग्रियाँ गिर गए हैं, ये मैसेज उस तक पहुचाने में मदद करें। (अरे लल्लूराम, डॉक्यूमेंट, आधार कार्ड , अंकसूचि, परिचय पत्र में उसका पता नहीं है क्या? खुद ही क्यों नहीं पहुंचा देता?)
महा निकम्मे: फ्री में बैलेंस, मोबाइल, pendrive, T-shirt, झुनझुना आदि के लिए मैसेज भेजते रहते हैं, जो इन्हें कभी नहीं मिलते।
महामूर्ख: ये 2-2 साल पुराने मैसेज को मार्किट में नया है, कह कर फारवर्ड करते हैं। जैसे फलां जगह बच्ची मिली है, इसे घर वालों तक पहुंचाओ। इनमें तारीख़ नहीं होती है। तारीख़ होती तो पोल खुल जाती।
महा बेवकूफ: व्यर्थ की साईं इमेज, फूल, पत्ती या 1121 ॐ लिख कर कसम देकर लोगों को फारवर्ड करके अपनी बला ग्रुप के मेंबरों पर चिपकाते हैं। (क्या मिलता है भाई???)
महा मंदबुद्धि: “पुजारी मंदिर में पूजा कर रहा था, तभी एक सांप/बंदर आया। उसने इंसान का रूप ले लिया” इसे आगे भेजो लाटरी निकल जायेगी। (सोचने वाली बात तो यह है कि अरे मूर्ख तेरी ही नहीं निकली तो दूसरे की क्या खाक निकलेगी?)
मूर्खाधिराज: सबसे बड़ी बेवकूफी तो ये है – “मैसेज आगे भेजो आपकी बैटरी फुल चार्ज हो जाएगी”, “घोडा दौड़ने लगेगा”, “भैंस का रंग बदल जाएगा” या “ताला खुल जायेगा।” (भाई physics और chemestry नाम की भी कोई चीज़ होती है कि नहीं दुनिया में?)
यदि इनमें से कोई भी लक्षण आप में भी हैं, तो आप भी Whatsapp, Facebook, पर अल्प बुद्धि का परिचय दे रहे हैं।
अनावश्यक पोस्ट डाल कर इंटरनेट को कूड़ाघर न बनाएं। कोई भी msg पोस्ट करने से पहले सोच लें कि आप क्या पोस्ट कर रहे हैं। थोड़ा अपना दिमाग लगाएँ।
आपको भी बेकार के मैसेज से बचना है तो इसे सभी ग्रुप में भेजो ताकि तमाम वेबकूफ पढ़ लें। आपको फालतू के msg आना बंद हो जाएं और ऐसे महामूर्खों से पीछा छूटे।
वेबकूफ हटाओ – इंटरनेट बचाओ